Rahul Gandhi said markets falling debt and expenses of common man increasing.

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आम लोगों की आर्थिक स्थिति पर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने X पर एक पोस्ट की, जिसमें उन्होंने देश की आर्थिक स्थिति और आम लोगों की समस्याओं को लेकर सरकार से सवाल पूछे हैं.

राहुल गांधी ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार कहती है कि भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ इकोनॉमी बन गई, लेकिन आम लोगों को तो उतनी ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने सोशल मीडिया पर टू-व्हीलर, मोबाइल मार्केट और कारों की बिक्री में गिरावट को लेकर एक पोस्ट साझा की. इसमें उन्होंने इससे संबंधित आंकड़े भी बताए और आम लोगों की परेशानियों को लेकर चिंता व्यक्त की.

‘बिक्री कम, खर्च ज्यादा’

राहुल गांधी ने बताया कि पिछले एक साल में टू-व्हीलर की बिक्री 17% और कार की बिक्री 8.6% घट गई है. वहीं मोबाइल मार्केट में 7% की गिरावट आई है. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ़ आंकड़े नहीं हैं, ये उस आर्थिक दबाव की हकीकत है जिसके नीचे हर आम भारतीय पिस रहा है. इसके आगे उन्होंने कहा कि इस गिरावट का मतलब है कि इससे लोगों की आमदनी कम हो रही है. उन्होंने कहा इन आंकड़ों के साथ लोगों का खर्च और कर्ज दोनों बढ़ते जा रहे हैं. चाहे वह मकान का किराया हो, बच्चों की पढ़ाई का खर्च हो, रोजमर्रा की जरूरतों का सामान हो , सब पर महंगाई चरम सीमा पर है.

सरकार इवेंट नहीं, लोगों की सच्चाई से जुड़े

राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता को तुम्हारे बड़े-बड़े इवेंट देखने में कोई दिलचस्पी नही है. सरकार को इवेंट्स की चमक पर नहीं बल्कि आम जनता की परेशानियों और सच्चाई पर ध्यान देना चाहिए. सरकार बड़ी-बड़ी योजनाएं और घोषणाएं करती रहती है , लेकिन उन आम लोगों की रोजमर्रा की परेशानियों पर ध्यान नहीं देती है. उन्होंने कहा कि हमें ऐसी राजनीति चाहिए जो इवेंट्स की चमक से नहीं, आम ज़िंदगी की सच्चाई से जुड़ी हो – जो सही सवाल पूछे, हालात को समझे और ज़िम्मेदारी से जवाब दे.

बीजेपी को घेरते हुए कांग्रेस ने कहा कि हमें ऐसी अर्थव्यवस्था चाहिए, जो हर भारतीय के लिए काम करे न कि सिर्फ़ कुछ गिने-चुने पूंजीपतियों के लिए काम करे. उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ अमीर और अमीर होता जा रहा है वही दूसरी तरफ गरीब और गरीब होता जा रहा है. क्योंकि सरकार को भी पूंजीपतियों की ही चिंता है.

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